बाजार के कारोबार का समय दोपहर 3:30 से बढ़ाकर शाम 5:00 बजे तक किया जा सकता है
मार्केट रेगुलेटर सेबी ने 2018 में मार्केट का ट्रेडिंग टाइम बढ़ाने के लिए एक फ्रेमवर्क जारी भी किया था।
देश का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) इक्विटी सेगमेंट में कारोबारी घंटे बढ़ाना चाहता है। यह पहली बार नहीं है, जब ट्रेडिंग का समय बढ़ाने की चर्चा चल रही है।
सेबी एक स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) लेकर आया था। जिसमें स्टॉक एक्सचेंजों को कहा गया था कि ट्रेडिंग में किसी प्रकार की रुकावट आने पर सभी स्टेकहोल्डर्स को 15 मिनटों के अंदर सूचित किया जाना चाहिए।
इसके अलावा सेबी ने कुछ परिस्थितियों में ट्रेडिंग के समय को डेढ़ घंटे तक बढ़ाए जाने के बारे में भी निर्देश दिए थे।
देश का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) इक्विटी सेगमेंट में कारोबारी घंटे बढ़ाना चाहता है। यह पहली बार नहीं है, जब ट्रेडिंग का समय बढ़ाने की चर्चा चल रही है।
वहीं आवश्यक हो तो ट्रेडिंग के समय को भी बढ़ा दिया जाए, ताकि इंट्राडे पोजीशन को सुचारू रूप से बंद करने का अवसर प्रदान किया जा सके।'
नितिन कामथ ने इस बारे में ट्विटर कर रिएक्शन दिया है। नितिन कामथ का मानना है कि इस फैसले से ट्रेडर्स के ऊपर प्रतिकूल असर हो सकता है।
उन्होंने कहा कि इस फैसले से कम भागीदारी और लंबे समय में लिक्विडिटी की समस्या सामने आ सकती है। इसके साथ ही ट्रेडिंग से इतर ट्रेडर्स के जीवन पर भी इसका खराब असर पड़ सकता है।